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बाहुबली मोनू सिंह की हत्या की थी साजिश, अयोध्या कोर्ट में रखे थे कारतूस और हथियार; बड़ा गैंगवार टला

अयोध्या कचहरी में बाहुबली नेता मोनू सिंह पर हमला करने की साजिश नाकाम हो गई. पुलिस ने एक संदिग्ध झोले से जिंदा कारतूस और दो कट्टे बरामद किए. मोनू सिंह की आज कोर्ट में पेशी थी. पुलिस ने समय रहते एक बड़े गैंगवार की घटना को टाल दिया है. इस घटना से पूरे कचेहरी परिसर में हड़कंप मच गया है.अयोध्या कोर्ट के शेड नंबर 5 के पास शनिवार सुबह एक संदिग्ध बैग मिलने से हड़कंप मच गया. वकीलों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा. बैग की जांच की गई तो उसमें चार जिंदा कारतूस और दो अवैध हथियार मिले. इससे पूरी कोर्ट में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. पता चला कि यह बाहुबली मोनू सिंह पर हमले की साजिश थी.सुल्तानपुर के बाहुबली नेता यशभद्र सिंह उर्फ ​​मोनू नाम के चर्चित माफिया पर हमले की साजिश थी. अयोध्या पुलिस की सतर्कता से एक बड़ी वारदात टल गई. बाहुबली ब्रदर्स सोनू-मोनू सिंह की आज कोर्ट में पेशी थी, जिसके चलते सुरक्षाकर्मी पहले से ही अलर्ट मोड पर थे. सुबह से ही कोर्ट परिसर में चप्पे-चप्पे की चेकिंग की जा रही थी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

कल कोई बम प्लांट कर सकता है- बार अध्यक्ष

फैजाबाद बार अध्यक्ष सत्य नारायण सिंह ने बताया कि कचहरी कैंपस के गेट पर कोई रोक टोक नहीं है, गेट पर जो भी सुरक्षाकर्मी है चुस्त और दुरुस्त नहीं है. आए दिन तमाम गाड़ियां आती रहती है किसी दिन कोई बड़ी घटना घट सकती है. आज कट्टा कारतूस बरामद हुआ कल कोई बम प्लांट कर सकता है. उन्होंने डीएम से मांग की है कि हर गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात हो. कोई भी गाड़ी बिना पास के अंदर न आए.

जिलाधिकारी अयोध्या निखिल टीकाराम फुंडे ने कहा कि आज सुबह कचहरी में डेली रूटीन चेक के दौरान लावारिस बैग की सूचना मिली. उसमें दो तमंचे और 4 कारतूस पाए गए. तहकीकात करने के लिए पुलिस की एक टीम बनाई गई, जो कि जांच करने के लिए लगी है कि यह बैग कहां से आया?. सुरक्षा को देखते हुए कचहरी परिसर में पुलिस बल की तैनाती भी बढ़ा दी गई है.

कौन है बाहुबली सोनू-मोनू सिंह?

सुल्तानपुर जिले में बाहुबली ब्रदर्स सोनू-मोनू सिंह का काफी दबदबा माना जाता है. सोनू-मोनू के पिता इंद्र भद्र इसौली विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक भी थे. हालांकि, 1999 में जिला कोर्ट के सामने उनकी दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से 2002 और 2007 में सोनू सपा से विधायक बने. बाद में सोनू को अपने पिता के कातिल की मौत के मामले में जेल हुई. तीसरी बार वह जेल में रहते जीते थे.

वहीं, मोनू सिंह सुल्तानपुर जिले के धनपतगंज ब्लॉक के प्रमुख रह चुके हैं. पिछले साल दोनों भाई पर ग्राम सभा मायंग के पूर्व प्रधान रामदेव निषाद के भाई की मौत का भी आरोप लगा था. सुल्तानपुर के बाहुबली ब्रदर्स पर कई और भी आरोप हैं. कुछ मामले कोर्ट में विचाराधीन है, इन्हीं में से एक मामले में उनकी आज कोर्ट में पेशी थी, जहां उनपर हमला होने वाला था, लेकिन पुलिस ने साजिश को नाकाम कर दिया

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