लखनऊ के कैंट और आशियाना इलाकों में एक तेंदुए के देखे जाने की खबरों ने लोगों में दहशत फैला दी है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों से हड़कंप मच गया, जिसके बाद वन विभाग और पुलिस ने जांच शुरू कर दी। हालांकि, अभी तक तेंदुए की मौजूदगी का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, जिससे मामला और भी रहस्यमय हो गया है।
लखनऊ के कैंट और आशियाना इलाकों में तेंदुआ देखे जाने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है।सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीर वायरल हो रही है। इसको लेकर लोगों में दहशत का माहौल है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस मामले में पोस्ट किया है। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा ‘अब तो राजधानी तक आ गये… सरकार को पता चला क्या?’
दरअसल ,यह घटना बुधवार देर रात को हुई, जब पायनियर स्कूल के पास एक व्यक्ति ने तेंदुए की तस्वीर खींची। गोसाईगंज क्षेत्र में भी इसे देखने का दावा किया गया। यह खबर और तेजी से इसलिए फैली क्योंकि कई लोगों ने सोशल मीडिया पर तेंदुए की वीडियो और तस्वीरें साझा कीं। जिसके बाद वन विभाग और पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए रात में गश्त की और माइक से एनाउंसमेंट कर लोगों को घर के अंदर रहने की हिदायत दी।
वन विभाग ने देर रात तक इलाके में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन उन्हें तेंदुए के पगचिह्न नहीं मिले। डीएफओ सितांशु पांडेय ने बताया कि अब तक तेंदुए की मौजूदगी का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। सीसीटीवी कैमरों में भी तेंदुआ कैद नहीं हुआ है. वहीं, आशियाना के प्रभारी निरीक्षक छत्रपाल सिंह ने वायरल तस्वीर को संदिग्ध बताया, और आशंका जताई कि यह एक एआई-जनरेटेड तस्वीर हो सकती है।
फिलहाल, तेंदुए की अफवाह से लोगों में इतना डर बैठ गया है कि शाम की आरती और पूजा-अर्चना के लिए मंदिरों में भक्तों की संख्या कम हो गई है। डर का माहौल गोसाईगंज के वसरहिया गांव में भी देखा गया, जहां ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर पुलिस को सूचना दी। हालांकि, फॉरेस्टर योगेश मिश्रा ने इसे तेंदुआ न मानकर ‘फिशिंग कैट’ होने की संभावना जताई है. पुलिस ने अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।