उत्तर प्रदेश राजनीति

चुनाव से पहले सरकार, संगठन के संघ ने कसे पेच इन तीन नेताओं को दी गई जिम्मेदारी

यूपी में भाजपा ने अपनी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनाव से पहले सरकार, पार्टी संगठन और संघ के बीच समन्वय बनाने के लिए एक टीम बनाई गई है।

पंचायत चुनाव से पहले सरकार, संगठन और संघ के बीच आपसी समनव्य को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके तहत रविवार को राजधानी में भाजपा और संघ की पूर्वी क्षेत्र की समन्वय बैठक में सरकार, संगठन और संघ के बीच समन्वय के साथ ही शिक्षा और सामाजिक समूह से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में तीनों के बीच बेहतर समन्वय बनाने के लिए भाजपा के तीन नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है।

इनमें मुख्यमंत्री के स्तर वाले मामलों में समन्वय का काम प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह देखेंगे, जबकि मंत्रियों के स्तर वालों मामलों की जिम्मेदारी प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्या को दी गई है। वहीं, भाजपा संगठन से संबंधित मामलों की जिम्मेदारी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह को दी गई है।

ये तीनों पदाधिकारी संघ से जुड़े प्रकरणों को अपने-अपने स्तर से सरकार और भाजपा संगठन तक पहुंचाएंगे और उसका समाधान कराएंगे। बैठक में समाज, छात्रों और शिक्षकों के बीच पैठ बनाने को लेकर सरकार, संगठन और संघ से मिलकर काम करने की सहमति बनी है। बता दें कि जोधपुर में हुई संघ के राष्ट्रीय समन्वय बैठक के बाद अब अलग-अलग क्षेत्रीय समन्वय बैठकें हो रही हैं। इसी कड़ी में पूर्वी क्षेत्र की तीन दिवसीय बैठक राजधानी के निराला नगर स्थित संघ भवन में शुरू हुई। पहले दिन सामाजिक समूह और शिक्षा समूह की अलग-अलग बैठक हुई।बैठक में हुई इन मुद्दों पर चर्चा

बैठक में पहले दिन सामाजिक समूह और शिक्षा समूह की बैठक हुई। सामादिक समूह की बैठक में जहां सरकार, संगठन और संगठन के बीत मजबूत समन्वय से मिलकर काम करने पर सहमति बनी। वहीं, शिक्षा समूह की बैठक में विश्वविद्यालयों और कालेजों के वर्तमान परिदृश्य और इनमें अपनी पैठ बढ़ाने पर चर्चा हुई। बैठक में तय हुआ कि शिक्षण संस्थानों में बेहतर माहौल के लिए संघ और भाजपा मिलकर काम करने पर चर्चा हुई। संघ-भाजपा मिलकर छात्रों और शिक्षकों के बीच पैठ बनाने के लिए भी काम करेंगे।

दरअसल पिछले दिनों बाराबंकी के शिक्षण संस्थान और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों के बीच हुए विवाद को सुलझाने में संघ और भाजपा संगठन ने अहम भूमिका निभाई थी। बैठक में ऐसे प्रकरणों को सुलझाने को लेकर भी चर्चा हुई और तय किया गया आगे से ऐसी नौबत से बचने के लिए छात्रों और शिक्षकों के बीच बेहतर पैठ बनाने पर काम किया जाएगा। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती दो अक्टूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़े को बेहतर ढंग से संचालन पर चर्चा हुई।

इसमें कई सामाजिक गतिविधियां होंगी। इनके जरिए समाज के हर वर्ग के बीच जाने की कोशिश होगी। इससे विचारधारा का विस्तार होगा। साथ ही नए लोगों को साथ जोड़ने में मदद मिलेगी। बैठक में आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख कृपा शंकर, क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार, प्रांत प्रचारक कौशल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के अलावा क्षेत्रीय अध्यक्ष भी मौजूद थे।

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