सेमीफाइनल में शतक जड़ने के बाद जेमिमा रोड्रिग्स फूट-फूटकर रो पड़ीं थी। मैच के बाद इंटरव्यू में भी उन्होंने एक इमोशनल खुलासा करते हुए कहा कि वो लगभग हर दिन रोई हैं।
भारत की स्टार बैटर जेमिमा रोड्रिग्स ने महिला वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐसा कारनामा किया, जिसे क्रिकेट इतिहास हमेशा याद रखेगा। नवी मुंबई के डी वाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में जेमिमा ने अपनी अब तक की सबसे यादगार पारी खेलते हुए भारत को फाइनल तक पहुंचाया।मैच के बाद जेमिमा इतनी भावुक हो गई की मैदान पर वो फूट-फूट कर रोने लगी।
मैं लगभग हर दिन रोई हूं…”
मैच के बाद जेमिमा ने भावुक होकर कहा, “मै इस पूरे दौरे के दौरान मैं लगभग हर दिन रोई हूं मानसिक रूप से मैं अच्छा महसूस नही कर रही थी, बहुत ज्यादा घबराहट और बेचैनी से गुजर रही थी.” ।
उन्होंने कहा, “मैं ईश्वर का धन्यवाद करना चाहती हूं, क्योंकि ये सब उनकी वजह से संभव हुआ। मैं अपनी मां, पिता, कोच और उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया। पिछले एक महीने मेरे लिए बेहद मुश्किल थे।ऐसा लग रहा है जैसे सपना सच हो गया हो.”।
जेमिमा ने बताया, “मुझे पता था कि मुझे बस मैदान पर खेलना है, बाकी सब भगवान संभाल लेंगे। शुरुआत में मैं बस खेल रही थी और खुद से बातें कर रही थी।जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, मैं बाइबल की एक लाइन पढ़ रही थी, ‘शांत रहो, भगवान तुम्हारे लिए लड़ेंगे.’ मैं बस खड़ी रही… और सचमुच, भगवान ने मेरे लिए लड़ाई लड़ी,” ।
टीम और दर्शकों को दिया श्रेय
जेमिमा ने अपने साथियों और फैंस को भी इस जीत का श्रेय दिया। उन्होंने कहा, “मेरे अंदर बहुत कुछ चल रहा था, लेकिन मैं शांत रहने की कोशिश कर रही थी। जब हम जीत गए तो मैं खुद को रोक नहीं पाई। हैरी दी आईं, तो बस एक अच्छी पार्टनरशिप करनी थी। आखिर में मैं खुद को और ज्यादा आगे बढाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन शरीर साथ नही दे रहा था। उस वक्त दीप्ति हर गेंद पर मुझसे बात कर रही थी, मुझे हौसला दे रही थी।टीम के बाकी साथी मुझे प्रेरित कर रहे थे।दर्शकों की हर चीख, हर तालियों ने मुझे ऊर्जा दी। ये जीत सिर्फ मेरी नहीं, पूरे भारत की है.”।
जीत के लिए खेली, शतक के लिए नहीं’
जेमिमा ने बताया कि उन्हें नंबर 3 पर बल्लेबाजी का पता आखिरी वक्त पर चला। उन्होंने कहा, “मैं शावर ले रही थी, तभी बताया गया कि मैं नंबर 3 पर उतरूंगी।मेरे लिए यह मैच मेरी पारी से ज्यादा भारत की जीत के लिए था। आज का दिन शतक या अर्धशतक के लिए नही, बल्कि देश को जीत दिलाने के लिए था.” ।
जेमिमा की नाबाद शतकीय पारी
भारत को 339 रन का विशाल लक्ष्य मिला था, लेकिन जेमिमा ने कप्तान हरमनप्रीत कौर (89) के साथ 167 रन की साझेदारी कर मैच को पूरी तरह पलट दिया। जेमिमा ने 134 गेंदों में नाबाद 127 रन बनाए, जिसमें 14 चौके शामिल थे। उनकी ये पारी भारत की ओर से महिला वर्ल्ड कप नॉकआउट में अब तक की सबसे बड़ी रनचेज पारी बन गई।