बदायूं में एक युवक बुधवार दोपहर प्रार्थनापत्र लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचा। गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया। उसका प्रार्थनापत्र पढ़ा तो उनके होश उड़ गए। प्रार्थनापत्र में युवक ने कीटनाशक दवा पीने की बात लिखी थी। उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। सूचना मिलने के बाद पहुंचे परिजन उसे हायर सेंटर ले गए।
बदायूं के मूसाझाग थाना क्षेत्र के कस्बा गुलड़िया निवासी अर्पित पटेल शिकायत लेकर बुधवार दोपहर एसएसपी ऑफिस पहुंचा। यहां गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसका प्रार्थना पत्र पढ़कर उसे पकड़ लिया। उसे सिविल लाइंस पुलिस को बुलाकर सुपुर्द कर दिया गया। प्रार्थना पत्र में लिखा था कि उसने रात में जहरीला पदार्थ खा लिया है। मूसाझाग पुलिस ने परेशान किया है। सिविल लाइंस पुलिस ने उसके तत्काल राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। पुलिस ने परिवार के लोगों को बुलाया, जिसके बाद परिजन उसे हायर सेंटर ले गए। उसकी हालत सामान्य है। डॉक्टर के मुताबिक युवक ने कीटनाशक दवा पी है। सिविल लाइंस पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
कलक्ट्रेट में विषाक्त खाकर शिकायती पत्र देने की घटना के बाद से सरकारी दफ्तर में चेकिंग बढ़ गई है। बिना चेक किए किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। बुधवार को दोपहर करीब 12 बजे मूसाझाग थाना क्षेत्र के कस्बा गुलड़िया का रहने वाला अर्पित पटेल शिकायती लेकर एसएसपी कार्यालय के मुख्य गेट पर पहुंचा। यहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उससे पूछा किससे मिलना है तो उसने शिकायती पत्र ही पुलिस को थमा दिया। सिपाही ने प्रार्थना पत्र पढ़ा तो उसके होश उड़ गए। उसमें लिखा था कि 23 सितंबर को गांव के ही लोगों ने उसके साथ मारपीट की।
थाना पुलिस पर लगाया भगाने का आरोप
थाने में तहरीर दी लेकिन उसकी सुनवाई नहीं की। उसको थाने से भगा दिया गया। परेशान होकर उसने शिकायती पत्र लिखा। इसमें जिक्र था कि उसने मूसाझाग पुलिस से परेशान होकर रात में ही जहर खा लिया है। अब वह एसएसपी को शिकायती पत्र देने आया है। शिकायती पत्र पढ़ने के बाद सिपाही ने सिविल लाइंस थाने की पुलिस को बुलाकर पूरी बात बताई। जिसके बाद युवक को पुलिस अपने साथ लेकर थाने चली गई। वहां से उसको राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। उसका प्राथमिक उपचार किया गया। इस बीच सूचना मिलने पर उसके परिजन पहुंच गए। वह उसे लेकर हायर सेंटर लेकर चले गए।
एसएसपी बोले- थाने में दर्ज है मामले की रिपोर्ट
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि मारपीट के मामले में थाने पर रिपोर्ट दर्ज है। एक ही दिन में दो-दो मुकदमे दर्ज कराने के लिए युवक यहां आया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने की बात कहकर उसको कार्रवाई से अवगत करा दिया गया था। इसके बाद भी उसने रात में किसी समय कीटनाशक पीने की बात कही है। उसको मेडिकल कॉलेज भेजा गया। जहां से परिवार के लोग हायर सेंटर ले गए हैं। डॉक्टर ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है। इस तरह के कृत्य करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कराई जा रही है। उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
डीएम कार्यालय में कीटनाशक पीकर पहुंचा था फरियादी
उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले युवक जितेश गुप्ता के खिलाफ दुष्कर्म की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। मुकदमे की कार्रवाई व जेल जाने से बचने के लिए उसने बीते 15 सितंबर को डीएम कार्यालय के बाहर कीटनाशक पी लिया और शिकायती पत्र देने पहुंच गया था। इस मामले में उसको जिला अस्पताल में भर्ती कराके इलाज कराया गया। सिविल लाइंस पुलिस ने एक और मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा था। अब सिविल लाइंस पुलिस ने अर्पित पटेल के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।