बड़ी खबर

Delhi Blast: धमाके में इस्तेमाल की गई कार को खरीदा था फरीदाबाद से, आतंकियों ने ओएलएक्स के जरिए किया था सौदा

सेक्टर-37 स्थित रॉयल कार जोन के मालिक अमित पटेल ने बताया कि 29 अक्तूबर को ओएलएक्स के माध्यम से एक ग्राहक उनके पास आया था। उस ग्राहक को उनके ऑफिस स्टाफ सोनू ने हैंडल किया। ग्राहक ने हुंडई आई 20 कार मांगी थी।

दिल्ली के लाल किले में हुए ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई कार को फरीदाबाद से खरीदा गया था। आतंकियों ने ओएलएक्स के जरिये इसका सौदा किया था। इसके बाद वह फरीदाबाद आकर उसको ले गए थे। इस बात की पुष्टि फरीदाबाद के रॉयल कार जोन के मालिक अमित पटेल ने की। उन्होंने बताया कि कार खरीदने के लिए जो आई डी दी गई। उनमें जो पता था वो पुलवामा का था। उन्होंने यह भी कहा कि कार नाम कराने के लिए दिए गए समय से पहले ही दिल्ली में ब्लास्ट कर दिया गया।

सेक्टर-37 स्थित रॉयल कार जोन के मालिक अमित पटेल ने बताया कि 29 अक्तूबर को ओएलएक्स के माध्यम से एक ग्राहक उनके पास आया था। उस ग्राहक को उनके ऑफिस स्टाफ सोनू ने हैंडल किया। ग्राहक ने हुंडई आई 20 कार मांगी थी। जिनको सोनू ने (मॉडल 2013 या 2014) का मॉडल दिखाया। उसके बाद उनको ग्राहक ने गाड़ी देखने के बाद तुरंत खरीदने का निर्णय लिया। कार को खरीदने के लिए जो दस्तावेज दिए गए उसमें उन्होंने आधार कार्ड और पैन कार्ड दिया था। जिस पर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का दर्ज था।

कुछ घंटों के बाद ही ले गए थे कार

अमित पटेल ने बताया उनके स्टाफ ने डॉक्यूमेंटेशन पूरा करने के बाद 29 अक्टूबर की शाम करीब 4 बजे गाड़ी आमिर और रशीद नाम के दो व्यक्ति को सौंप दी। उनका कहना है अगर उनको थोड़ा भी शक होता तो वह गाड़ी नहीं देते। आमिर ने गाड़ी की आरसी को ट्रांसफर कराने के लिए 25 दिन का टाइम मांगा था। उन्होंने बताया कि जिस कार को बेचा गया, वह पहले से सेकेंड ओनर के नाम पर थी और आरसी में भी उसी का नाम दर्ज था। इसलिए आमिर रशीद को कहा गया कि 20-25 दिन बाद आरसी अपने नाम ट्रांसफर कराने के लिए आ जाएं।

पीसीयू हो गया था एक्सपायर

अमित पटेल ने बताया कि कार का इंश्योरेंस की डेट अभी बची हुई थी। हालांकि उसका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट एक्सपायर हो गया था। इस वजह से उन्होंने नजदीक के ही पेट्रोल पंप में उसका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट भी बनवाया। इसके बाद वह कार लेकर चले गए। उन्होंने बताया कि कि आमिर और राशिद नाम के दो युवक कार खरीदने के लिए आए थे। वह दोनों एक ऑटो में गाड़ी लेने के लिए आए थे। उनके साथ एक अन्य व्यक्ति भी था लेकिन वह ऑटो से उतरकर नहीं आया। इसलिए वह उसको नहीं पहचान पाए।

जांच टीम को दिए सभी दस्तावेज

अमित पटेल ने बताया कि 10 नवंबर की रात करीब 9:30 बजे दिल्ली स्पेशल सेल की टीम उनके शोरूम पर पहुंची और उनके स्टाफ को पूछताछ के लिए ले गई। जैसे ही मुझे जानकारी मिली, वह खुद दिल्ली पहुंचे और जांच एजेंसी के सामने सभी दस्तावेज, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग और डिलीवरी से जुड़ी जानकारियां दी। पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया।

Related posts

मुसलमान किसी भी बलिदान से नहीं हिचकिचाता’, I Love Muhammad पर बवाल के बीच बोले मौलाना महमूद मदनी

Samagra Vichar

यूपी: प्रदेश की 1.86 करोड़ माताओं-बहनों को कल मिलेंगे दो मुफ्त एलपीजी रिफिल सिलेंडर, जानिए कैसे लें ये सुविधा

Samagra Vichar

CJI के सामने हंगामा करने वाले वकील को कितनी मिलेगी सजा, जूता निकालने की कोशिश पर क्या होगा एक्शन?

Samagra Vichar

Leave a Comment