जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता जहांजैब सिरवाल ने योगी सरकार के ऐक्शन पर ऐतराज जताया है और कहा कि यह सबका साथ और सबका विकास के नारे के विपरीत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पुलिस जिस तरह ऐक्शन ले रही है, वह बदले की…..
उत्तर प्रदेश के बरेली और कानपुर जैसे शहरों में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लेकर सड़कों पर उतरने वाली भीड़ के खिलाफ योगी सरकार की सख्ती पर भाजपा के अंदर ही आवाज उठी है। जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता जहांजैब सिरवाल ने योगी सरकार के ऐक्शन पर ऐतराज जताया है और कहा कि यह सबका साथ और सबका विकास के नारे के विपरीत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पुलिस जिस तरह ऐक्शन ले रही है, वह बदले की कार्रवाई करने जैसा है। इससे मुसलमानों का भरोसा भाजपा सरकार पर कम हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि इसमें सुधार नहीं किया गया तो मेरे पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
जहांजैब सिरवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के जो हालात हैं, वह पीएम नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के विजन के खिलाफ है। एक समुदाय के खिलाफ गैर-जरूरी सख्ती, विभाजनकारी धमकियां ठीक नहीं हैं। इससे माहौल खराब होता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक समुदाय के खिलाफ ही नहीं बल्कि निष्पक्ष ऐक्शन होना चाहिए। कोई भी गलत करे, उसके खिलाफ निष्पक्ष जांच हो और फिर उसके अनुसार ही ऐक्शन लिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सरकार की ओर से मुस्लिमों में भरोसा जगाने के लिए कोई ठोस ऐक्शन नहीं लिया जाता तो उनके पास इस्तीफे के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
कानपुर से बरेली तक सरकार ने लिया है ऐक्शन
बता दें कि यूपी में बरेली से लेकर कानपुर तक आई लव मोहम्मद के पोस्टर लेकर सड़कों पर उतरने वाली भीड़ के खिलाफ ऐक्शन हुआ है। इसके तहत कानपुर में 24 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। यह वाकया 4 सितंबर का है, जब पैंगबर मोहम्मद के जन्मदिन यानी मिलाद-उन-नबी के मौके पर लोग ऐसे पोस्टर लेकर निकले थे। इसके बाद 26 सितंबर को बरेली में भीड़ ऐसे पोस्टर लेकर निकली थी। इस दौरान पुलिस से झड़प भी हुई थी।
योगी ने सख्त लहजे में कहा- मौलाना भूल गया सरकार किसकी है
पुलिस ने इस मामले में 68 लोगों को अरेस्ट किया था। इनमें एक स्थानीय मौलवी भी शामिल हैं। यही नहीं सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना था कि वह सख्त ऐक्शन लेंगे और किसी मौलाना को भ्रम में नहीं रहना चाहिए। उन्होंने सख्त लहजे में यहां तक कहा कि मौलाना शायद भूल गया था कि प्रदेश में सरकार किसकी है। उनका इशारा पोस्टर लेकर निकलने के ऐलान करने वाले मौलाना तौकीर रजा की ओर था।